Gulzar Shayari | Gulzar Shayari In Hindi | Gulzar Poetry

Gulzar Shayari In Hindi: Friends, today we are presenting Gulzar Shayari in Hindi On Love, Sad Poetry in front of you. In which article we have presented some famous Shayari poetry of Gulzar sahib with images which you will like very much. Gulzar sahib was a very great Shayar, poet, and human being. Who has written a lot of Shayari, Poetry, Songs. In which some Gulzar Shayari In Hindi has been shared with you.

Gulzar Shayari | Gulzar Shayari In Hindi | Gulzar Poetry 

Gulzar Shayari | Gulzar Shayari In Hindi | Gulzar Poetry
Gulzar Shayari In Hindi

ड़ी तसल्ली से देखा है आज मैंने उसे,
अगर आज नींद नहीं आई तो कोई बात नहीं,

किसी ने मुझसे कहा कि तुम बहुत अच्छे हो,
मैंने भी उससे कहा बस यही तो खराबी है

कभी-कभी तन्हाई भी बहुत सुकून देती है,
जब हमारे पास खोने को कुछ नहीं होता,

वक्त सबको मिलता है जिंदगी बदलने के लिए
जिंदगी दोबारा नहीं मिलती वक्त बदलने के लिए

Gulzar Ki Shayari

Gulzar Shayari | Gulzar Shayari In Hindi | Gulzar Poetry

कुछ लोग पिघल कर मोम की तरह रिश्ते निभाते हैं
और कुछ लोग आग बनकर कर उन्हीं को जलाते हैं

ना चाहते हुए भी किसी को छोड़ना पड़ता है
कुछ मजबूरियां मोहब्बत से भी ज्यादा गहरी होती है

यह दुनिया मतलबी है कोई हाथ नहीं होता
जब आती है मुसीबत कोई पास नहीं होता

याद रखना कि उस इंसान को कोई बदल नहीं सकता
जिसे अपनी ही गलती कभी नजर नहीं आती

Heart Touching Gulzar Shayari

Gulzar Shayari | Gulzar Shayari In Hindi | Gulzar Poetry

यह कफन, यह जनाजा, सब बातें हैं
वरना मर तो इंसान तभी जाता है
जब कोई याद नहीं करता

जितना गहरा रिश्ता उतनी ज्यादा उम्मीद है
और जितनी ज्यादा उम्मीदें इतनी गहरी चोट

क्या जमाना आ गया है
अगर पास जरूरत की हो
तो हर शख्स की जबान मीठे हो जाती है

Gulzar Shayari On Life

Gulzar Shayari | Gulzar Shayari In Hindi | Gulzar Poetry


अब जरूरी हो गया है दर्द में मुस्कुराते रहना
क्योंकि इस हालत में लोग सवाल बहुत करते हैं

जिन लोगों की हंसी खूबसूरत होती है
याद रखना कि उनके जख्म बहुत गहरे होते हैं

सब्र करो जिसके तुम काबिल हो
जिंदगी वह हर चीज तुम्हें जरूर देगी

किसी और को पाने के लिए
अगर खुद को होना पड़े तो
फिर उस शख्स को होने में ही भलाई है

Gulzar Shayari On Love

Gulzar Shayari | Gulzar Shayari In Hindi | Gulzar Poetry

प्यार की जरूरत थी और इतनी थी
कि घंटों तक उसके रिप्लाई का इंतजार किया है

किसी की यादों में जलकर एहसास हुआ
कि हर आंख को पानी से नहीं बुझाया जा सकता

कभी-कभी लगता है कि बचपन ही ठीक था
दांत टूटते थे मगर दिल नहीं

कितना अजीब फलसफा है इस जिंदगी का भी
यह दूरियां सिखाते हैं नज़दीकियों के मायने

Gulzar Shayari In Hindi 2 Lines

Gulzar Shayari | Gulzar Shayari In Hindi | Gulzar Poetry

बदल जाते हैं वह लोग भी वक्त की तरह
जिन लोगों को हद से ज्यादा वक्त दिया जाए

पहली मोहब्बत लोगों को एक बात सिखा देती है
कि दूसरी अगर करो तो हद में रहकर करना

झुकने से रिश्ता गहरा हो तू झुक जाना

मगर हर दफा तुम्हें ही झुकना पड़े तो रुक जाना

तकलीफ है तो हजार हैं इस दुनिया में लेकिन
जब कोई अपना नजरअंदाज करें तो सहा नहीं जाता

Shayari Gulzar, Gulzar Sad Shayari

Shayari Gulzar, Gulzar Sad Shayari

न जाने कौन सी दौलत है उसके लफ्जों में
वह जब भी बात करता है दिल खरीद लेता है

कहते हैं जो पा लिया तो वह मोहब्बत ही क्या
जो सुलभता रहे वही इश्क लाजवाब है

कभी-कभी इरादा सिर्फ दोस्ती का होता है
और पता ही नहीं चलता अब प्यार हो जाता है

यकीन मानो कि वह इंसान तुम्हें सच में चाहता है
जो अक्सर फोन काटते वक्त तुमसे यह कहता है
कि तुम्हारी हर परेशानी में मैं तुम्हारे साथ हूं
बस तुम अपना ख्याल रखो

Gulzar Shayari On Life In Hindi

Gulzar Shayari On Life In Hindi

इश्क उससे हुआ और हुआ भी गजब का
किसी से आज भी सोचता हूं तो खो जाता हूं

अक्सर दिखावे का प्यार ही शोर करता है
सच्ची मोहब्बत तो इशारों में सिमट जाती है

याद रखना कि वही इंसान तुम्हारी परवाह करता है
जो इंसान तुम्हारी खामोशी को समझ सकता है

जिंदगी में कुछ रिश्ते ऐसे भी बन जाते हैं
जिन्हें हम समझते तो हैं पर समझना नहीं चाहते

Gulzar Shayari Hindi

Gulzar Shayari | Gulzar Shayari In Hindi | Gulzar Poetry


कभी भी किसी के लिए खुली किताब मत बनना
टाइम पास का दौर और है साहब पढ़ कर फेंक दिए जाओगे

याद रखना कि लोग कभी कदर करते हैं
जब लोगों को मुंह लगाना छोड़ दिया जाए

जिंदगी में आवाज देने वाले हजारों मिल जाएंगे
मगर हमेशा वही बैठना जिसके पास बैठकर
अपनेपन का एहसास हो

वह जो कहता है खुश रहा करो,
उसको कहो फिर मेरे साथ रहा करो

Gulzar Love Shayari

Gulzar Shayari | Gulzar Shayari In Hindi | Gulzar Poetry


मोहब्बत है तुमसे शायद इसलिए खूबसूरत लगते हो
खूबसूरत हो इसलिए मोहब्बत नहीं है

कुछ हार गई तकदीर कुछ हार गए सपने
कुछ गैरो ने किया बर्बाद कुछ भूल गए अपने

किसी ने पूछा कि सब कुछ जान कर भी
चुप कैसे रह सकते हो मैंने बोला
कोई अपने मतलब के लिए कितना गिर सकता है
यह देखना अच्छा लगता है

एक ही डर था तुझे खोने का
मैंने उसे भी खो दिया

 

Gulzar Best Shayari

Gulzar Shayari | Gulzar Shayari In Hindi | Gulzar Poetry

किसी से प्यार करना और उसी से प्यार पाना
बहुत कम लोगों के नसीब में होता है

बीजी कोई नहीं होता यार
जहां प्यार सच्चा होता है
वहां लोग बिजी होकर भी
वक्त निकाल लिया करते हैं

एक नाम एक जिक्र एक तुम
और तुम्हारी फिक्र बस यही है
छोटी सी जिंदगी मेरी

ऐसे रिश्ते का क्या फायदा
जिसमें बातें कम और रिप्लाई का Wait ज्यादा हो


Gulzar Shayari On Zindagi

Gulzar Shayari | Gulzar Shayari In Hindi | Gulzar Poetry


मैं तुम्हारा फर्स्ट लव फर्स्ट डेट या फर्स्ट Kiss भले ही ना हूं
लेकिन मैं तुम्हारा सब कुछ आखरी होना चाहता हूं

जिंदगी है तो जिंदगी जीने का हुनर भी रखना
दुश्मन से खतरा नहीं बस अपनों पर नजर रखना

कोई मेरा इंतजार करेगा
अपनी जिंदगी मेरे लिए बेकरार करेगा
हम कौन सा किसी के लिए खास है
क्या सोचकर कोई हमें याद करेगा

मान लिया मैंने भी जो बात है सही,
तुम अपनी जगह सही
और मैं अपनी जगह सही

 Gulzar Shayari Images

Gulzar Shayari | Gulzar Shayari In Hindi | Gulzar Poetry

क्यों उदास होते हो भगवान पर भरोसा रखो,
तुम्हें वही मिलेगा जो तुम्हारे लिए बेहतर होगा

तुम ना मिले तो किसी और का हो जाऊं
इतना कमजोर नहीं है मेरा इश्क
लानत है ऐसी मोहब्बत पर
जो आप को खुश रखने के बजाय
दिन-रात रुला रही है

मिलने की उम्मीद तो नहीं है तुझ से
लेकिन कैसे कह दूं की इंतजार भी नहीं है

नफरत करोगे तो भी आएंगे हम तेरे पास
क्योंकि तेरे बगैर रहने की आदत नहीं मुझे

Gulzar Ki Shayari In Hindi

Gulzar Shayari | Gulzar Shayari In Hindi | Gulzar Poetry


एक बात बोलूं मानोगे मेरे बोलने पर भी
मुझे छोड़कर मत जाना

मुसाफिर कल भी था आज भी हूं
कल अपनों की तलाश में था
और आज अपनी तलाश में हूं

पा लेने की बेचैनी और को देने का डर
बस इतना ही है मेरी जिंदगी का सफर

Gulzar Sahab Shayari

Gulzar Shayari | Gulzar Shayari In Hindi | Gulzar Poetry

आपके कुछ दिनों का टाइम पास
किसी की रियल इस्माइल छीन सकता है

जिंदगी में दो काम कभी मत करना
झूठे इंसान के साथ मोहब्बत
और सच्चे इंसान के साथ टाइमपास

आजकल लोगों के पास एक ही काम
रह गया है पास आकर दूर जाना

जब लोगों का मन भर जाता है ना
फिर वह वैसे नहीं रहते जैसे पहले हुआ करते थे

Gulzar Sahab Ki Shayari

Gulzar Shayari | Gulzar Shayari In Hindi | Gulzar Poetry

हर किसी की लाइफ में ऐसा इंसान जरूर होता है
जिसका एक कॉल या मैसेज आते ही
चेहरे पर मुस्कान आ जाती है

एक दूसरे की गलती को भुला कर
एक दूसरे का साथ देना ही सच्ची मोहब्बत है

मुझसे लड़ लो, रूट लो, या मेरी जान ले लो,
पर मुझसे कभी दूर मत जाना

अच्छा नहीं लगता यार बार-बार किसी को
अपनी याद दिलाना जिनमें कि मैं वफ़ा होती है
तो खुद ही याद कर लेते हैं

Gulzar Shayari Love

Gulzar Shayari | Gulzar Shayari In Hindi | Gulzar Poetry

खुश हो ना मेरे बिना,
तो जाओ खुश रहो

कोई भरोसा करें और कोई Hate करें,
फिर भी ठीक इस्माइल देख कर माफ कर देते हैं

मुझे उसकी यह बात सबसे अच्छी लगती है
नाराज मुझसे होते होती है और गुस्सा सबको दिखाती है

टूट कर चाहा था जिसे
तोड़ कर रख दिया उसने

पता नहीं मेरी किस्मत किसने लिखी है
हर चीज अधूरी छोड़ रखी है

Shayari By Gulzar

Gulzar Shayari | Gulzar Shayari In Hindi | Gulzar Poetry

तू बिल्कुल चांद की तरह है,
नूर भी गुरुर भी और दूर भी

कुछ लोगों से बात करने से ज्यादा
उनसे लड़ने में मजा आता है

वक्त वक्त की बात है
हर कोई मतलब तक साथ है
तुझ पर दिल आने से अच्छा होता
मौत ही आ जाती हमें

अगर किस्मत में हुआ तो
फिर मिलेंगे अजनबी बनकर

Gulzar Shayari Sad


सुनो फासले भले ही बढ़ गए हो
दूरियां मत बना देना

ख्वाहिश यह नहीं कि वह लौट आए मेरे पास
तमन्ना यह है कि से जाने का मलाल

काश तू आए और गले लग कर कहे
रहा तो मुझसे भी नहीं जाता तेरे बिना

यह और बात है कि तुझे यकीन नहीं आता
अगर यह सच है कि यह दिल
तेरे सिवा किसी और को नहीं चाहता

Gulzar Shayari Love In Hindi


किसी भी मोड़ पर अगर हम बुरे लगने लगे
तो जमाने को बताने से पहले मुझे बता देना

तकलीफ यह नहीं कि उनसे मोहब्बत हो गई
दर्द यह है कि वह शख्स भुलाया नहीं जा रहा

तुम्हारी फिक्र है मुझे शक नहीं
तुम्हें कोई और देखे किसी को हक नहीं

हंसी हो या गम हमेशा साथ रहेंगे हम

Love Shayari By Gulzar


कैसे दूर करूं यह उदासी बता दे कोई
लगाकर सीने से मुझको काश रुला दे कोई

गुस्सा उस पर नहीं खुद पर आता है
कि मैं उससे इतना प्यार क्यों किया

बुरा तो तब लगता है जब हम किसी को
जल्दी जल्दी जवाब दें और वह घंटों
बाद रिप्लाई देने पर भी हम लिख देता है

We hope that you have liked Gulzar Shayari In Hindi. This poetry of Gulzar sahib is very painful which will touch your heart. If you like this Gulzar Shayari in Hindi then definitely share it with your friends.

0 Comments

एडवरटाइज हटाएं यहाँ क्लिक करें